- कभी-कभी देर रात
मैं जाग कर लेट जाता हूं और उसे सोते हुए देखता हूं
वह शांतिपूर्ण सपनों में खो गई है
सो मैं बत्तियां बुझाकर वहां अँधेरे में लेटा हूँ
और विचार मेरे दिमाग को पार कर जाता है
अगर मैं सुबह कभी नहीं उठता
क्या वह कभी मेरे महसूस करने के तरीके पर शक करेगी?
उसके बारे में मेरे दिल में
यदि कल कभी नहीं आया तो
क्या उसे पता चलेगा कि मैं उससे कितना प्यार करता हूँ
क्या मैंने हर तरह से कोशिश की
उसे हर दिन दिखाने के लिए
कि वो मेरी इकलौती है
अगर पृथ्वी पर मेरा समय बीत जाता
और उसे मेरे बिना दुनिया का सामना करना पड़ेगा
क्या वो प्यार है जो मैंने उसे अतीत में दिया था
टिकने के लिए काफी होगा
यदि कल कभी नहीं आया तो
'क्योंकि मैंने अपने जीवन में अपनों को खोया है
कौन नहीं जानता था कि मैं उनसे कितना प्यार करता हूँ
अब मैं पछतावे के साथ रहता हूँ
कि उनके लिए मेरी सच्ची भावनाएँ कभी प्रकट नहीं हुईं
तो मैंने खुद से एक वादा किया था
हर दिन यह कहना कि वह मेरे लिए कितनी मायने रखती है
और उस परिस्थिति से बचें
जहां कोई दूसरा मौका नहीं है
उसे यह बताने के लिए कि मैं कैसा महसूस कर रहा हूँ
यदि कल कभी नहीं आया तो
क्या उसे पता चलेगा कि मैं उससे कितना प्यार करता हूँ
क्या मैंने हर तरह से कोशिश की
उसे हर दिन दिखाने के लिए
कि वो मेरी इकलौती है
अगर पृथ्वी पर मेरा समय बीत जाता
और उसे मेरे बिना दुनिया का सामना करना पड़ेगा
क्या वो प्यार है जो मैंने उसे अतीत में दिया था
टिकने के लिए काफी होगा
यदि कल कभी नहीं आया तो
तो किसी को बताओ जिससे तुम प्यार करते हो
बस आप क्या सोच रहे हैं
यदि कल कभी नहीं आया तो
खेल अगर कल कभी नहीं आता तो कुछ नहीं मिला। संबद्ध लिंक हो सकते हैं